क्या आपको पता है रैम का क्या काम होता है कंप्यूटर में , क्या आप जानते है कि रैम क्या होता है, तो दोस्तो आज हम जानेंगे कि रैम क्या है, और RAM का इस्तेमाल कैसे होता है. जो लोग कंप्यूटर चलाते है और जिसको कंप्यूटर के बारे में जानकारी चाहिए उसके लिए ये आर्टिकल अच्छी साबित होगी.
RAM क्या है?
रैम का Full Form “Random Access Memory” है जो कंप्यूटर की CPU की Motherboard में लगा रहता है. रैम एक छोटा सा लंबा सॉकेट जैसा होता है जो किसी क्लिप के सहारे CPU में लगाये जाते है. RAM को Primary Memory भी कहा जाता है.
आजकल रैम को समझना कोई मुश्किल सवाल नही है क्योंकि जब भी कोई Smartphone या Computer की खरीदने की बात होती है या बेचने की बात होती है. रैम को आम सवाल के लिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि आजकल रैम भी Mobile में 8 GB से 16 GB तक कि मिलने लगा है. एक टाइम था जब मोबाइल में 512 GB रैम को लगाकर दिया जाता था. शायद उस टाइम कोई रैम के बारे में नही जानता होगा.
अभी के जमाने मे रैम कोई नया नाम नही है क्योंकि आज जमाना डिजिटल हो है सभी को रैम के बारे तथा और भी बहुत सारी टेक्नोलॉजी के बारे बताने की कोई जरूरत नही होती है क्योंकि आजकल के बच्चे सुबह उठते ही है मोबाइल के साथ और सोते भी है मोबाइल के साथ.
मेरा मतलब ये है कि सोते टाइम भी Mobile या कंप्यूटर इस्तेमाल करके सोता है और जब जगत है तो पहले मोबाइल ही देखता है.
रैम को मैंन मेमोरी या प्राथमिक मेमरी इसलिए भी कहा जाता है कि इसमें कुछ समय के लिए वे सारे काम स्टोर रहता है जब कोई कंप्यूटर में काम करता है. जब आप किसी एप्लीकेशन (Software) को चालू करता है तो पहले RAM में खुल कर ही आपके मॉनिटर के सामने वो एप्लीकेशन रन करता है.
अगर संक्षेप में कहा जाए तो रैम उन सभी एप्लीकेशन को चलने में प्राइमरी काम करता है. क्योंकि जब तब वो सॉफ्टवेयर चल रहा है, जब तक एप्लीकेशन पर काम हो रज होता है RAM Use किया जाता है.
रैम में कोई भी Data उस समय तक ही रहता है जब तक कोई Device या Computer को Shut Down न किया जाए. जब तक कंप्यूटर चालू रहता है तभी तक वो Data हमारे सामने रहता है मतलब की RAM में रहता है इसलिए रैम को Volatile Memory भी कहा जाता है.
आपको रैम के बारे में पढ़ने का जरूरी तभी आता है जब आप एक कंप्यूटर ऑपरेटर हो, जब आप एक कंप्यूटर शिक्षक हो या हो सकता है आप एक कंप्यूटर छात्र (Student) हो जो कंप्यूटर की पढ़ाई कर रहे है. रैम की जानकारी आपको बहुत जगह काम मे आएगी जैसे कि परीक्षा के सवालों में या कोई भी Computer PC को Repair करने के दौरान या Computer System को Accemble करने के दौरान होता है. आगे आप जानेंगे कि RAM की क्या-क्या विशेषताएँ होती है.
RAM की क्या-क्या विशेषताएँ होती है?
RAM (Random Access Memory) जो आम स्टोरेज से बिल्कुल अलग होती है जो Memory नाम के अंदर तो आता है, लेकिन इसमे Deta स्टोर नही रहती है. रैम (Random Access Memory) में Deta थोड़ा देर के लिए रहती है जबतक कंप्यूटर बंद न हो जाये. अगर कंप्यूटर को बंद करके फिर से दोबारा चालू किया जाए तो रैम (Random Access Memory) बिल्कुल नई जैसा मिलेगा मतलब की रैम में कोई भी जानकारी नही रहेगा.
चूंकि RAM (Random Access Memory) एक प्राइमरी मेमोरी है और रैम के बिना कंप्यूटर को चालू कभी नही किया जा सकता है. RAM यदि कंप्यूटर में न लगा हो या रैम कंप्यूटर में खराब हो गया हो तो आपकी computer system कभी चालू नही होगी. क्योंकि रैम CPU का part होता है और रैम (Random Access Memory) के बिना कंप्यूटर का इस्तेमाल करना नामुमकिन होता है.
रैम को CPU में खड़ा करके लगाया जाता है क्योंकि RAM कंप्यूटर की एक नाजुक चीज होती है इसलिए जब भी अपनी कंप्यूटर की रैम को निकाले या फिर उसे दोबारा लगाए या रैम को साफ करें तो बिल्कुल सतर्कता से लगाना होता है. क्योंकि रैम बहुत जल्दी खराब हो सकता है अगर वो कही से टूट गया हो तो साथ ही आपको ये भी बता दे कि रैम को खरीदना थोड़ा महंगा हो सकता है. Computer RAM की 2 GB की कीमत लगभग ₹3000 तक कि हो सकती है जो कंपनी और प्रोडक्ट के हिसाब से हो सकता है.
रैम को आप किसी अच्छा और Authorised Shop से ही लेना चाहिए क्योंकि अगर अपने कोई Local Market में लेने का कोशिश किये तो आपको नकली रैम भी दिया जा सकता है. आप रैम कही से भी लीजिये इसमे कोई दिक्कत की बात नही है लेकिन जब भी खरीदे किसी कंप्यूटर की जानकर, जो Computer Knowledge को जनता हो उससे संपर्क करके ले सकते है या कोई Authorised Company की RAM खरीदे.
भारत मे बिकने वाली कुछ मुख्य रैम निर्माताओं की कंपनी का नाम इस प्रकार है Corsair, Micron, OCZ, Mushkin, Kingston, Hynix, Transcend, Samsung, तथा Lenovo भी रैम (Random Access Memory) का निर्माता है जो काफी अच्छी कंपनी मानी जाती है.
RAM के प्रकार
रैम (Random Access Memory) दो प्रकार के होते है जिसमे पहला है SRAM और दूसरा है DRAM ये प्रकार की RAM होती है. लेकिन RAM में भी अलग-अलग जनरेशन की होती है.
SRAM क्या होता है?
दोस्तो SRAM का पूरा नाम या फूल फॉर्म Static Random Access Memory होता है, जो “Static” दर्शाता है कि रैम स्थिर रहता है. आपको ये भी बता दे कि SRAM को को Cache Memory के रूप में कार्य करता है.
SRAM क्या होता है?
SRAM का पूरा नाम “Dynemic Rendom Acess Memory” कहा जाता है इस प्रकार की रैम को लगातार Refresh करने की जरूरत होती है, तभी इसमे deta स्टोर रहता है.
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Conclusion
आज हमने RAM (Rondom Access Memory) के बारे पूरी जानकारी हासिल कर ली हमने आज सीखा है कि रैम क्या होता है, रैम कितने प्रकार का होते है और रैम का Full Form क्या होता है. आपको ये आर्टिकल किसी लगी हमे जरूर बताइयेगा.